मुनस्‍यारी उत्तराखंड ट्रैवल गाइड | MUNSIYARI UTTARAKHAND TRAVEL GUIDE

 

मुनस्यारी उत्तराखंड | पर्यटन, इतिहास | कैसे पहुंचे | टूरिस्ट गाइड

MUNSIYARI UTTARAKHAND | TOURISM HISTORY| HOW TO REACH | MUNSIYARI TRAVEL GUIDE

 


मुनस्यारी उत्तराखंड | MUNSIYARI UTTARAKHAND

 

नमस्कार दोस्तों !! आज हम आपको वाइब्रेंट उत्तराखंड देवभूमि इस ब्लॉग पोस्ट में उत्तराखंड के बेहद खूबसूरत हिल्स स्टेशनमुनस्यारीके बारे में जानकारी देने वाले है | मुनस्यारी हिल्स स्टेशन उत्तराखंड के जिला पिथौरागढ़ का सीमांत क्षेत्र है एक तरफ नेपाल सीमा और दूसरी ओर तिब्बत सीमा से लगा हुआ है। मुनस्यारी हिल्स स्टेशन चारो दिशाओं से पर्वतो से घिरा हुआ है। जहाँ सामने विशाल हिमालय पर्वत श्रंखला का विश् प्रसिद्ध पंचचूली पर्वत (हिमालय की पांच चोटियां) है जिसे किवदंतियो के अनुसार पांडवों के स्वर्गारोहण का प्रतीक माना जाता है। वही बाई तरफ नन्दा देवी और त्रिशूल पर्वत और दाई तरफ डानाधार जो एक खूबसूरत पिकनिक स्पॉट भी है। मुनस्यारी के पीछे की ओर खलिया टॉप है।

 

मुनस्यारी नामिक ग्लेशियर, मिलम ग्लेशियर, रालम ग्लेसियर के लिए ट्रैकिंग के साथ- साथ पंचाचूली और नंदा-देवी आदि पर पर्वतारोहन का प्रारंभिक स्थल भी है।

 

पर्यटन, इतिहास | TOURISM HISTORY

 


ऐतिहासिक द्रष्टि से हिल्स स्टेशन मुनस्यारी एक मत्वपूर्ण स्थल है मान्यता अनुसार पांडवों ने यही से स्वर्गारोहण की शुरुवात की थी स्वर्गारोहण के प्रस्थान से पहले यही पर अंतिम बार द्रौपती ने पांच पांडवों के लिए अंतिम बार भोजन बनाया था। स्थानीय निवासी के अनुसार पंचाचूली पर्वत के पांच शिखर इसी बात को दर्शाते है।

 

मुनस्यारी गौरीगंगा नदी के साथ- साथ मिलम तक फैला हुवा हुआ है तथा कभी भारत-तिब्बत व्यापार का केंद्र बिंदु हुआ करता था। मुनस्यारी तथा आस पास के इलाके के निवासी शौका और भोटिया जनजाति के है।

 

 

कैसे पहुंचे | HOW TO REACH


 

मुनस्यारी पहुचने के लिए आपको काठगोदाम पहुंचना पड़ेगा जो आप रेल मार्ग या फिर बस द्वारा भी पहुच सकते है।, काठगोदाम के बाद पहाड़ी रास्ता शुरू होता है। काठगोदाम रेलवे स्टेशन से मुनस्यारी की दूरी लगभग 295 किलोमीटर है और पार्वती क्षेत्र शुरू होने के कारण सड़क मार्ग ही आगे की यात्रा के लिए उपलब्ध है। आप आगे की यात्रा सरकारी बसों के साथ- साथ निजी वाहन या फिर टैक्सी से भी तय कर सकते है।

 

टूरिस्ट गाइड - घूमने योग्य स्थान | MUNSIYARI TRAVEL GUIDE - Places to visit

 


खलिया टॉप -  खलिया टॉप के मुनस्यारी पीछे की ओर पर्वत की चोटी का नाम है यदि आप ट्रैकिंग के शौकीन है और प्रकृति आनंद के साथ साथ सभी दिशाओं को एक नजर मैं देखना चाहते है तो यहाँ जरूर जायेगे। यहाँ से आपको विशाल हिमालय पर्वत श्रृंखलाओं के दर्शन होंगे।

 


नंदा देवी मंदिर - नंदा देवी मंदिर मुख्य मुनस्यारी शहर से लगभग 3 किलोमीटर की दूरी पर है। मान्यता के हिसाब से नंदा देवी मंदिर बहुत महत्वपूर्ण है। मंदिर के गेट से मंदिर की दूरी लगभग 100-150 मीटर है, मंदिर की देखभाल करने के लिए ₹20 का प्रवेश शुल्क रखा गया है, जिसे जमा करने के बाद ही आप माता नन्दा देवी का दर्शन कर सकते हैं। हिमालय के खूबसूरत दृश्य देखने के लिए यह स्थान मुनस्यारी में सबसे अच्छे स्थलों में से एक है।

 


कालामुनी मंदिर - समुन्द्र तल से लगभग 9500 फीट की ऊंचाई स्थित कालामुनी मंदिर का मुनस्यारी यात्रा में खासा महत्व है. कालामुनी मंदिर मंदिर मुनस्यारी यात्रा को धार्मिक स्पर्श देता है. कालामुनी मंदिर देवी कलिका को समर्पित है और मंदिर में आप कलामुनी बाबा की मूर्ति के आलावा देवी- देवताओं के पुराने चिन्ह देख सकते है।

 

बिर्थी फाल - विर्थी फाल तेजम से 14 किलोमीटर दूर मुख्य थल-मुनस्यारी रोड पर स्थित एक बहुत बड़ा खूबसूरत झरना है. घने जंगलों के बीच स्थित इस झरने से हिमालय पर्वतों के विहंगम दृश्य को देखा जा सकता है।

 

थामरी कुंड - थामरी कुंड मुनस्यारी से 10 किलोमीटर पहले घने जंगलों के बीच स्थित एक सुंदर तालाब है. थामरी कुंड का भी अपना धार्मिक महत्त्व है। स्थानीय निवासी के अनुसार कभी जब बारिस कम होती है तो स्थानीय लोग थामरी कुंड पहुच कर बारिस के लिए पूजा- पाठ करते है। थामरी कुंड मुनस्यारी- मदकोट रोड पर पड़ता है. बस, टैक्सी या फिर निजी वाहन थामरी कुंड यात्रा के लिए उत्तम है।

 

माहेश्वरी कुंड - माहेश्वरी कुंड मुनस्यारी शहर से थोड़ी ही दूर मुनस्यारी मदकोट रोड पर स्थित है. मुनस्यारी के बहुत नजदीक होने के कारण आप मुनस्यारी से बहुत कम समय में माहेश्वरी कुंड पहुंच सकते है। माहेश्वरी कुंड बड़े पैराणिक महत्व का एक सुंदर तालाब है. कहा जाता है कि पैराणिक काल मैं यक्ष यहाँ निवास किया करते थे।

 

मुनस्यारी संग्रहालय - मुनस्यारी एक ट्राइबल बाहुल्य इलाका है, मुनस्यारी तथा आस पास के इलाके के निवासी शौका और भोटिया जनजाति के है। यहाँ के ट्राइबल सास्कृतिक काफी ऊँचे दर्जे के लोग है ट्राइबल हैरिटेज म्यूजियम इन ट्राइबल लोगों के इसी शान को दर्शाता है।

 

 


कब जाये |BEST TIME TO VISIT MUNSIYARI

 

मुनस्यारी हिल्स स्टेशन के मौसम का मिजाज चारो ऋतुओं में दिल छूने वाला रहता है, मगर सबसे बेहतरीन समय मई से अक्तूबर के मध्य का है।  गर्मियों के मौसम की वजह से मई से अक्तूबर में यहाँ का तापमान एकदम सामान्य रहता है. और यही समय ट्रैकिंग के लिए सही सामान्य रहता है। हालाँकि सर्दियों में भी बहुत सारे पर्यटक मुनस्यारी जाना पसंद करते है क्योंकि सर्दियों में मुनस्यारी हिल्स स्टेशन बर्फ की चादर मैं ढाक जाता है और पर्यटक बर्फ का आनंद लेना के लिए मुनस्यारी आना पसंद करते है।

 

 

लेखकदीपक सिंह नेगी

 

 

 

 

 

 

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